हम सब घर के मंदिर में पूजा करते हैं लेकिन कुछ ऐसी बाते होती हैं जिनका हमें ज्ञान नहीं होता और कई बार अंजाने में हम गलती कर बैठते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे पूजा के नियम बताएँगे जिनका आपको हर रोज की पूजा मै ध्यान रखना है.
पूजा में टूटे हुए चावल यानि की खंडित चावल नहीं चढ़ाने चाहिए ऐसा करना अशुभ माना जाता है.
घर के मंदिर में अगर कोई टूटी हुई या खंडित मूर्ति है तो उसको तुरंत घर के मंदिर से बाहर कर दें और किसी बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें या फिर पीपल के पेड़ के नीचे रख दें.
घर में दो शिवलिंग की पूजा कभी ना करे और पूजा स्थान में तीन गणेश जी बिल्कुल भी स्थापित ना करे.
पूजा के समय जब भी पानी दूध दही और घी का उपयोग करे तो ध्यान रखे ऊँगली बिलकुल भी ना डाले, इन्ह लोटा, चम्मच आदि से लेना चाहिए क्योंकि शास्त्रो में बताया गया है की नाखुनो के स्पर्श से येचीजें अपवित्र हो जाती है और ये चीजे देव पूजा के योग्य नहीं रहती.
कुछ लोग भगवान को पुष्प अर्पित करते समय उसे लोटे या जल में डालते है इसके बाद इन्हें निकाल कर फिर भगवान पर चढ़ाते है ऐसा करना बिल्कुल गलत है.
जब भी आप आपने घर में हवन करे तो ये ध्यान रखे की हवन के लिए जो समिधा या लकड़ी होती है वो छाल रहित और कीड़े लगी हुई समिधा का प्रयोग ना करे इसके साथ-साथ दोस्तों कई बार हवन की अग्नि जलाते समय हम पंखे का इस्तेमाल करते है तो ये भी बिल्कुल गलत है कई बार दीपक जलात समय एक दीपक से दूसरे दीपक को जलाते है ऐसा करना भी असुभ माना गया है.
तुलसी का पूजा में विशेष योगदान होता है इसलिए तुलसी के पत्ते तोड़ते समय ये ध्यान रखे की उस दिन संक्रान्त, दुवादसी, पूर्णिमा, अमावस्य, रविवार और सांध्य का समय नहीं होना चाहिए
जब आप श्राद या यज्ञ करे तो उसमे काले तिल का प्रयोग करे ना की सफेद तिल का
तो दोस्तों ये थे कुछ ऐसे चीजे जिनका आपको ध्यान रखने की जरुरत है उमीद है आपको ये जानकारी अच्छी लगी होगी.